Saturday 7 November 2009

POWER OD MEDITATION


मेडिटेशन जो हमें त्रुटियों से सच,तकलीफ से शांति और पृथ्वी से स्वर्ग की ओर ले जाती है |क्युकी जसी छवि हमारी मस्तिष्क की होती है हमारा चरिरता भी वैसा ही होता है |अगर आपका मस्तिष्क स्वार्थी है तो आपका चरित्र भी स्वरति होगा |मगर मेडिटेशन के द्वारा अगर आप घहराए से अपनी आतंरिक शक्ति को खोजगे तो आप महसूस करेंगे की आप शुद्ध और अस्वार्थी बन रहे है |हम हर रोज़ भगवन की पूजा करते है अपनी मनोकामना ,शांति और सद्बुद्धि के लिए मगर कभी आपने मानसिक भवर को समझने की कोशिश की है |नहीं की ,लोग कहते है जब हम दुखी या खुश होते है तो वह सारी भावना हम अपने दिल के कारन महसूस करते है यानि हमारी भावनाए मगर ये भावनाए आती कहाँ से है |ये सारी भावनाए भी हमारे मस्तिष्क का ही हिस्सा होती है |अगर हम मेडिटेशन की तरफ अपना कदम बढाये और अपने मेडिटेशन के विषय पर दिन पर दिन गहन करे और अपनी सारी भावनाओ को जो दिमाग के किसी कोने मे के दुष्ट परतो से छिपी रहती है|खोजने का प्रयास करे |हम सुख या दुःख महसूस तो करते है मगर अपने दुखो से कभी कभी उभर नहीं पाते है|मगर मेडिटेशन के द्वारा हम अपने दिमाग पर काबू पा सकते है और जैसे ही हम अपने दिमाग पर काबू पायेंगे अपनी सारी भावनाओ पर भी काबू पा लेंगे|फिर चाहे दुःख,सुख,डर,या पीड़ा हो हमें परेशां नहीं कर पाएगी|
मेडिटेशन का चलन प्राचीन काल से ही चला आ रहा है जब साधू संत कए सालो तक तपस्या मे लीन रहते थे उन्हें भूक,प्यास dhup,बारिश या गर्मी कुछ भी परेशां नही कर पाती थी वे अपनी मानसिक तपस्या द्वारा उस चरम स्थान पर पर पहुच जाते थे जहाँ इस सब चीजों की कोए मुराद नहीं होती थी|कगार हम आम इंसान अपनी भावनाओ मे ही इतनी उलझ जाते है की जीवन के सच तक पहुच ही नहीं पाते है मगर मेडिटेशन हमें उस सच के करीब ले जाता है और हमारे मष्तिष्क को हर वातावरण के अनुकूल ढलने की शक्ति प्रदान करता है हमें बुद्धिजीवी बनता है हमारी मन की चंचलता को शांत करता है और हमारा व्यक्तित्व निखारता है|आज मेडिटेशन आध्यात्मिक ही नही बैज्ञानिक तौर पर भी स्वीकार किया जा रहा है|कए स्वस्त केन्द्रों मे मेडिटेशन का उपयोग होता है क्युकी कए रिसर्च से यह बात सामने आए है की मेडिटेशन हमारे मानसिक ,शाररिक बीमारियो को दूर करने मे मदद करता है |कए विवादों मे लोग पूछते है ''यह मेडिटेशन काम कैसे करता है'' मगर कए ऐसे वैज्ञानिक प्रमाण मिले है जिससे यह साबित होता है की मेडिटेशन रक्तचाप कम करता है,दिमागी थकावट दूर करता है,मानसिक व्याकुलता शांत करता है |
patricia norris जो biofeedback की manniger और founder है उनका कहना है की हमने मेडिटेशन का उपयोग कैंसर रोगी ,ऐड्स रोगी,रक्तचाप रोगी,और मधुमय रोगी पर किया तथा मासिक रोगी और दृग्स अद्दिक्ट्स पर भी किया और हमने पाया की इस लोगो की स्वस्थ दरे ऊपर जा रही है|ये सरे रोगी अपने मानसिक ध्वनि को काबू मे कर पा रहे है और अंदर से शुद्ध,शांत,और शीतल महसूस कर रहे है|इया कामयाबी के बाद अज कए सहर मे ६,००० से भी अधिक डॉक्टर मेडिटेशन का उपयोग कर रहे है|हमारा शारीर ३ हिस्सों मे बाटा हुआ है शाररिक,मानसिक और अध्यात्मिक|जादातर लोग मेडिटेशन का उपयोग थकन,गुस्सा ,दुष्ट और नकारात्मक भावनाओ को दूर करने के लिए करते है मगर मेडिटेशन कए रोगों को भू दूर करते मे kaargar साबित हो रहा है|
मेडिटेशन ६ prakar के होता है|
(1)breath watching= इसमें आपको अपने saas पर dhyan dena होता है|जब हम saas latay या chodte है तो हमें दोनों prakriya को महसूस करना होता है\यह मेडिटेशन हम कही भी और किसी भी awastha मे कर सकते है|
(2)an emepty mind meditation= इसमें आपको aaram से baithna है जिस जगह हम baahar के shor सुन पा रहे हो मगर आपको dhyan lagakar baithna है और उस shor को dhere dhere अपने dhyan से दूर करना है जैसे आपको koe shor sunae ही नहीं दे रही हो |यह kafi mushkil होता है मगर isse दिमागी santulan badhta है|
(३)walking meditation= इसमें आपको चलते चलते अपने pair के चल और saana के aawagaman पर dhyan lagana होता है \अगर आप यह मेडिटेशन बहार करते है तो dhyan rakhe की zameen samtal हो नहीं तो आप dhyan नहीं लगा payengay|
(4)mindfullness meditation= इस मेडिटेशन को biddhist VIPASSANA कहते है |यह मेडिटेशन 1 kala है अपने आप को gahrae तक dhyan lagane मे इसमें हमारे andar और बहार जो कुछ भी चल रहा होता है uspar dhyan lagana होता है और bahri awran को chod कर dhere dhere हमारे saans की raftaar ,हमारे dimag और हमारे शारीर के bich samanjasya isthapit करना padta है|
(5)mantra meditation =इसमें आप शांत bhaw से baith कर ॐ का uchcharan कर सकते और आप महसूस karengay को wah ॐ mantra apke pure शारीर mei daur रहा है|
(६)meditation on aconcept= इस मेडिटेशन मे आप किसी concept को ले सकते है जैसे nature,candle light,या फिर ball of fire ityadi और उस concept पर आपको dhyan lagana होता है isse apka concentration level badhta है और आप हर wipreet paristhiti मे भी हर काम aachi तरह से कर पाते है|
तो था मेडिटेशन yani tapasya जो हमें मानसिक सच की ओर ले जाती है iliye मेडिटेशन को हमें अपनी jevan का hissa banana चाहिए|
written by KIRTI RAJ

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